कर्नाटक में विधानसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं, लेकिन वहां जारी राजनीतिक घटनाक्रम में तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल की ओर से दिए गए 15 दिन की मोहलत को घटाकर शनिवार शाम तक का समय दे दिया. ऐसे में कई मामलों में शुक्रवार का दिन बेहद खास रहा.
आज की राजनीतिक घटनाक्रम के LIVE अपडेट्स
-JDS नेता कुमारस्वामी अपनी पार्टी के विधायकों संग बेंगलुरु के लिए रवाना. हैदराबाद से प्लेन में आ रहे हैं बेंगलुरु.
-हैदराबाद से बेंगलुरु के लिए रवाना हुए कांग्रेसी विधायक.
-सीएम येदियुरप्पा बीजेपी विधायकों संग शंगरी-ला होटल से निकले.
-बीजेपी ने अपने विधायकों के साथ बैठक की. पार्टी के सीनियर नेताओं ने नए विधायकों को बताया कि कैसे फ्लोर टेस्ट का सामना किया जाए.
-SC में कल सुबह 10.30 बजे प्रोटेम की नियुक्ति के खिलाफ अपील की सुनवाई, तीन जजों की पुरानी बेंच ही देखेगी केस.
-कांग्रेस और जेडीएस की ओर से दाखिल की गई है याचिका. जस्टिस सीकरी, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस बोबडे करेंगे मामले की सुनवाई.
-कल सुबह 11 बजे गवर्नर ने विधानसभा का सत्र बुलाया है, शाम 4 बजे तक बहुमत साबित करना है सीएम येदियुरप्पा को.
कांग्रेस और जेडीएस के वकीलों की याचिका के अहम बिंदु
-कांग्रेस और जेडीएस ने अपनी याचिका में कहा है कि याचिकाकर्ताओं को एक बार फिर विवश होना पड़ा क्योंकि कानून के शासन को स्थापित करना है और दूसरे पक्ष ने एक जूनियर MLA को प्रोटेम स्पीकर बनाया है.
-याचिका में कहा गया है कि ये संसदीय परंपरा के खिलाफ है.
-अब तक की परंपरा के मुताबिक पार्टीलाइन से ऊपर उठकर वरिष्ठतम विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है.
-इनकी नियुक्ति फ्लोर टेस्ट को सीज करने और प्रभावित करने के लिए की गई है, जिस फ्लोर टेस्ट का निर्देश खुद सुप्रीम कोर्ट ने दिए हैं.
-येदुरप्पा केंद्र के साथ मिलकर गवर्नर के जरिए बहुमत परीक्षण को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे है.
-2008 में येदुरप्पा के बहुमत करने की तरह फ्लोर टेस्ट की तैयारी हो रही है, जिसे ऑपरेशन लोटस कहते हैं.
-याचिका में कहा गया है कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी हो. वीडियोग्राफी नही होगी तो याचिकाकर्ता कुछ गलत होने पर कोर्ट में साबित नही कर पाएंगे.
-प्रोटेम स्पीकर विधायकों को शपथ दिलाने और फ्लोर टेस्ट कराने के अलावा किसी दूसरे अधिकार का इस्तेमाल न करे.
-समर्थन करने वाले विधायकों और विरोध करने वाले विधायकों को अलग-अलग बैठाया जाए.
-फ्लोर टेस्ट सही और पारदर्शी तरीके से कराने के निर्देश देने की मांग.
-याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के पहले के दो फैसलों में केजी बोपैया की आलोचना की गई है और उनके फैसले को रद्द किया गया है.
- जेडीएस के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की.
-सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति का मामला. कोर्ट के बाहर जोरदार हलचल की स्थिति. कांग्रेस के वकीलों का आरोप कि उन्हें अंदर जाने नहीं दिया जा रहा.
-कांग्रेस के ऑडियो पर बीजेपी कर्नाटक का पलटवार
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