बेंगलुरु. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, भाजपा, जनता दल-सेक्यूलर तीनों ही बड़ी पार्टियों के करीब 100 उम्मीदवार आपराधिक मुकदमों के बावजूद फिर से टिकट पा गए हैं। एक अनुमान के मुताबिक, कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर करीब 2,655 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, इनमें आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे उम्मीदवारों की संख्या करीब 340 है। यानी कुल में से 13% दागी उम्मीदवार हैं। कांग्रेस जहां 2+1= दो रेड्‌डी और एक येदि यानी येदियुरप्पा का नारा दे भ्रष्टाचार को मुद्दा बना रही है। वहीं भाजपा सिद्धारमैया कैबिनेट पर लगातार आरोप लगा रही है। सदन में ब्लू फिल्म देखने और अवैध खनन वालों को भी टिकट दिया गया है।

बीजेपी के 30, कांग्रेस के 48 और जेडी (एस) के 17 उम्मीदवारों पर अापराधिक केस
चुनावी उम्मीदवारों और चुनावों पर नजर रखने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के मुताबिक, बीजेपी ने 30, कांग्रेस ने 48 और जेडी (एस) ने 17 ऐसे आपराधिक केसों का सामना कर रहे उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं जो पिछले चुनावों में भी अपनी-अपनी पार्टी की ओर से उम्मीदवार थे।

सदन में ब्लू फिल्म देखने और अवैध खनन वालों को भी टिकट
- बीजेपी ने विधानसभा में अश्लील क्लिप मोबाइल पर देखते हुए पाए गए दोनों पूर्व मंत्रियों लक्ष्मण सावादी और सीसी पाटिल को फिर से उम्मीदवार बनाया है।
- कांग्रेस, भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा पर ही सीधे घोटालों का आरोप लगा रही है। बेल्लारी के खनन कारोबारी रेड्‌डी बंधुओं और उनसे जुड़े चार लोगों को टिकट देने पर भी कांग्रेस निशाना साध रही है।

मेहुल चौकसी के कथित वकील का विवाद के बाद कटा टिकट
- सिद्धारमैया कैबिनेट के मंत्री डीके शिवकुमार पर भ्रष्टाचार के मामले में ईडी की जांच समेत विभिन्न उम्मीदवारों पर आरोपों को भाजपा मुद्दा बना रही है।
- पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी के कथित वकील एचएस चंद्र को कांग्रेस ने टिकट दिया था। विवाद होने के बाद कांग्रेस को उनकी जगह मडीकेरी से केपी चंद्रकला को उम्मीदवार बनाना पड़ा।

सोशल मीडिया पर हो रहा विरोध
- एडीआर के संस्थापक सदस्य प्रो. त्रिलोचन शास्त्री ने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी प्रमुख पार्टियों ने दागी, गंभीर आरोपों का सामना कर रहे उम्मीदवारों को करीब-करीब समान संख्या में चुनाव में उतारा है।

- उन्होंने कहा कि हालांकि सोशल मीडिया पर नेटवर्क बनाकर लोग आवाज जरूर उठा रहे हैं, यही कारण है कि उम्मीदवारों से सवाल पूछने वालों की चर्चा लगातार रहती है। 'बियर नहीं, पानी चाहिए, जात नहीं, जॉब चाहिए' जैसे नारे लगातार सामने आ रहे हैं।


ये विवादित सर्वाधिक चर्चा में
1.रेड्‌डी बंधु : पूर्व मंत्री और खनन घोटाले में आरोपी रहे जनार्दन रेड्डी के बड़े भाई जी. करुणाकर रेड्डी को बीजेपी ने हरापनहल्ली सीट से उम्मीदवार बनाया है। इनके अलावा दूसरे रेड्डी बंधु जी. सोमशेखर रेड्डी को बेल्लारी सिटी सीट से मैदान में उतारा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ही प्रचार के लिए बेल्लारी जाने की अनुमति मांगने वाले जनार्दन रेड्‌डी को अनुमति नहीं दी है। राहुल गांधी ने रेड्‌डी बंधुओं पर 35 हजार करोड़ रुपए की चोरी का आरोप भी लगाया है। दो रेड्‌डी बंधुओं के अलावा उनके करीबी बी. श्रीरामलू को मोलकालमुरु, रिश्तेदार सन्ना फकीरप्पा को बेल्लारी ग्रामीण, टीएच सुरेश बाबू को कंपली सीट और एक्टर साईंकुमार को बोगेपल्ली से टिकट दिया गया है। 



2. ब्लू फिल्म देखने वाले पूर्व मंत्रियों को टिकट : येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रहे और भाजपा विधायक लक्ष्मण सावादी विधानसभा की कार्यवाही के दौरान मोबाइल फोन पर ब्लू फिल्म देखते पकड़े गए थे। उनके साथ उसी सरकार में पर्यावरण मंत्री कृष्णा जे. पालेमर और महिला एवं बाल विकास मंत्री सीसी पाटिल भी लक्ष्मण सावदी के फोन में ब्लू फिल्म देखने मशगूल थे। ये तीनों जब ब्लू फिल्म देख रहे थे तब विधानसभा में सूखे के हालात पर चर्चा चल रही थी। इस विधानसभा चुनाव में सीसी पाटिल को नारगुंडा, लक्ष्मण सावादी को अथानी सीट से बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है। 



3. सिद्धारमैया सरकार के कई मंत्रियों पर भाजपा और विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही हैं लेकिन निशाने पर सबसे ज्यादा मंत्री डीके शिवकुमार हैं। शिवकुमार भ्रष्टाचार के मामले में ईडी की जांच चल रही है। कांग्रेस ने इन्हें कनकपुरा से उम्मीदवार बनाया है। 



4. बेंगलुरु की राजराजेश्वरी नगर सीट से मौजूदा विधायक एन. मुनीरत्ना नायडू को कांग्रेस पार्टी से फिर टिकट देने से कांग्रेस की ही कॉर्पोरेटर और कांग्रेस नेता आशा सुरेश नाराज हो गई हैं। उन्होंने जद (सेक्यूलर) के उम्मीदवार जीएच रामचंद्र का खुलेआम समर्थन कर दिया है। नायडू का विवादों से पुराना नाता रहा है। करोड़ों रुपए के फर्जी बिल मामले में सीआईडी आरोपी विधायक के खिलाफ जांच कर रही है। नायडू पर तीन महिला कार्यकर्ताओं ने शोषण का आरोप लगाया था। 






5. वरिष्ठ नेता के.एस. ईश्वरप्पा को बीजेपी ने शिमोगा से उम्मीदवार बनाया है। इनके ऊपर कुल चार केस दर्ज हैं। इन पर गंभीर चार धाराओं में मामला दर्ज हुआ है। 
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