पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से आपको फिलहाल छुटकारा नहीं मिलेगा. दरअसल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल (क्रूड) का भाव 80 डॉलर के पार चला गया है जिससे तेल कंपनियों की लागत बढ़ेगी और वह इस लागत को ग्राहकों से वसूलने के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम और बढ़ा सकती हैं. आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गुरुवार को ब्रेंट क्रूड के भाव 80 डॉलर प्रति बैरल के पार चले गए है. नवंबर 2014 के बाद यह पहला मौका है, जब क्रूड 80 डॉलर प्रति बैरल के पार गया. जानकारों का कहना है कि एक ओर ओपेक और रूस ने प्रोडक्शन घटा दिया है.
पेट्रोल-डीजल और होगा महंगा
सामान्य तौर पर कच्चे तेल की कीमतों में प्रति बैरल 1 डॉलर की बढ़ोतरी होने पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 10-15 पैसे की बढ़ोतरी होती है. ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और भी तेजी से इजाफा होने की आशंका बढ़ गई है. गुरुवार को ही तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 22-23 पैसे और डीजल के दाम में 22-24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है.
दिल्ली में 75 रुपये के पार पहुंचा पेट्रोल
राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम अब बढ़कर 75.32 रुपए प्रति लीटर हो गया है, दिल्ली में करीब 56 महीने पहले पेट्रोल की कीमतों ने रिकॉर्ड स्तर 76.06 रुपए को छुआ था, यानि मौजूदा दाम रिकॉर्ड तोड़ने से 75 पैसे दूर है. कोलकाता की बात करें तो वहां अब दाम 78.01 रुपए, मुंबई में 83.16 रुपए और चेन्नई में 78.16 रुपए हो गया है.
क्यों महंगा हो रहा है कच्चा तेल
केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया बताते है कि ओपेक देश (क्रूड उत्पादन और एक्सपोर्ट करने वाले देशों का संगठन) लगातार क्रूड उत्पादन में कटौती कर रहे हैं. जिससे बाजार में सप्लाई घट गई है. रूस ने भी प्रोडक्शन घटा दिया है. वहीं, ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध की घोषणा के बाद, तेल की कीमतें नई ऊंचाई पर आ रही हैं. ईरान की ओर से भी सप्लाई घटने का डर बन गया है. क्रूड की कीमतें अब 80.18 डॉलर प्रति बैरल आ गई हैं.यह नवंबर 2014 के बाद का उच्चतम स्तर है.
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