एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में बुधवार को सारी विपक्षी पार्टियां एक मंच पर एकजुट दिखीं. मायावती और सोनिया गांधी की गले मिलती हुई तस्वीरें तो टीवी स्क्रीन और सोशल मीडिया पर छा गईं. कभी मायावती के धुर विरोधी रहे अखिलेश यादव भी उनके साथ खड़े होकर मुस्कुराते हुए दिखे. लेकिन इन सबके बीच अरविंद केजरीवाल वहां मौजूद रहते हुए भी कहीं अलग-थलग दिखे.
विपक्षी पार्टियों के बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की इस पूरी मुहिम में वैसे भी अरविंद केजरीवाल नाम कम ही सुनने में आया. मगर पिछले हफ्ते एचडी कुमारस्वामी ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए फोन किया.
यह दूसरी बार है जब वो दक्षिण भारत गए हैं. पहली बार वो फरवरी में अपने दोस्त कमल हासन की पार्टी 'मक्कल निधि मय्यम' की स्थापना के समय गए थे. ऐसा लग रहा था कि उनकी एकमात्र मित्र ममता बनर्जी ही थीं. वो कैमरे के सामने थोड़ी देर के लिए आए और फिर पीछे चले गए. जब मायावती अखिलेश और राहुल गांधी साथ में मंच पर आए तब भी वो उनके साथ में नहीं थे.
हालांकि आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि वो उत्तर प्रदेश के आगामी कैराना और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में संयुक्त विपक्षी पार्टियों का साथ देगी. पिछले साल भी आम आदमी पार्टी ने यही किया था जब 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के विपक्षी उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन उन्होंने किया था.
आप के राज्य सभा सांसद और यूपी इकाई प्रमुख संजय सिंह ने कहा कि कैराना उपचुनाव में उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक दल और नूरपुर में सपा उम्मीदवार का समर्थन करेगी.
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