उन्नाव रेप और हत्याकांड मामले में सीबीआई ने एक और आरोपी शशि प्रताप उर्फ सुमन को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि सुमन ने विधायक के भाई अतुल और उसके साथियों को फोन कर गांव में बुलया था. यहां विवाद के दौरान पीड़िता के पिता से काफी मारपीट की गई. बता दें पिछले दिनों उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के चाचा इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे. उन्होंने हाईकोर्ट में मामले की चल रही सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखा. पीड़िता के चाचा सीबीआई की जांच पर भरोसा जताते हुए हाईकोर्ट से न्याय की उम्मीद जताई है. हालांकि अभी भी रेप और हत्या में शामिल आरोपियों के खुले में घूमने और पुलिस प्रशासन के रवैये पर उन्होंने सवाल खड़े किए हैं. इसके साथ ही उनके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह का पता लगाने की भी मांग की है.
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के उन्नाव जेल में दरबार लगा रहे हैं. यही नहीं, उनके समर्थकों द्वारा गांव के लोगों को डराया धमकाया भी जा रहा है. रेप पीड़िता के चाचा ने मुकदमे की सुनवाई दिल्ली ट्रांसफर किए जाने की भी मांग की है.
उधर मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर पिछले बुधवार को सुनवाई हुई. सीबीआई ने विवेचना की प्रगति रिपोर्ट सील बन्द लिफाफे में अदालत में पेश की. कोर्ट ने सीबीआई की धीमी जांच पर नाराजगी जताते हुए प्रगति रिपोर्ट देखने के बाद उसे सीबीआई को वापस कर दिया.
वहीं उन्नाव रेप मामले में रेप पीड़िता की मां ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने पति के खिलाफ आर्म्स एक्ट में फर्जी एफआईआर दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह के लापता होने के मामले भी जांच की मांग की है. रेप पीड़िता की मां ने कोर्ट से मांग की है कि सीबीआई इस बात का पता लगाए कि टिंकू सिंह को गायब करने के पीछे किन लोगों का हाथ है. मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सीबीआई को इस मामले की विवेचना को लेकर कई निर्देश दिए हैं.
बता दें उन्नाव रेप कांड में सीबीआई ने पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की. हाईकोर्ट ने गत 13 अप्रैल को मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए सीबीआई को इस प्रकरण की स्टेटस रिपोर्ट 2 मई की सुबह 10 बजे पेश करने का आदेश दिया था.
मामले में सीबीआई ने किशोरी से रेप के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की गिरफ्तारी से लेकर, उनके भाई अतुल सिंह व चार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और उनसे पूछताछ का पूरा ब्योरा तैयार कर लिया है. इस रिपोर्ट में चारों एफआईआर, पीड़िता के बयान और अब तक की प्रगति की आख्या भी इसमें शामिल की गई है.
सीबीआई इस समय इस मामले में घटना के समय उन्नाव में तैनात एसपी, सीओ व माखी थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच कर रही है. इन लोगों के बयान सीबीआई दर्ज कर चुकी है, लेकिन अभी भी कई मुद्दों पर पूछताछ होनी है.
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