सीबीएसई ने मंगलवार को अपने 10वीं बोर्ड के नतीजे घोषित कर दिए. एक तरफ बोर्ड परीक्षाओं में टॉप करने वालों की वाहवाही होती है तो दूसरी तरफ अलग-अलग जगहों से निराश बच्चों के आत्महत्या की खबरें विचलित कर देती है. राजधानी दिल्ली में भी परीक्षा परिणाम से निराश दो बच्चों की आत्महत्या की खबर सामने आई है. बोर्ड परीक्षा में मिले अंकों से निराश दिल्ली में दो बच्चों ने अपनी जान दे दी.
पुलिस ने बताया कि ये मामले राजधानी के ककरोला और वसंत कुंज इलाके के हैं. मृतकों में एक की पहचान रोहित कुमार मीणा (17) के तौर पर हुई. रोहित द्वारका के एम आर विवेकानंद मॉडल स्कूल का छात्र था. पुलिस ने बताया कि ककरोला निवासी मीणा को घटना के तुरंत बाद स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस ने बताया रोहित के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद हुआ है लेकिन पुलिस को शक है कि वह परीक्षा के नतीजों से निराश था.
वहीं, दिल्ली में सामने आई दूसरी घटना के तहत वसंत कुंज इलाके में रेयान इंटरनेशनल स्कूल की 15 वर्षीय छात्रा प्रज्ञा पांडे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. प्रज्ञा ने 70 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. इस तरह से बच्चों पर परीक्षा परिणामों का प्रेशर बेहत गलत है और कहीं न कहीं माता-पिता को जरूरत है अपने बच्चों से इस बारे में बात करने की. बच्चों को समझाने का प्रयास करें कि एक परीक्षा में अच्छे अंक न आने से उनके कैरियर या जिन्दगी पर इसका कोई असर नहीं पड़ता.
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