स्वीडन I पांच दिनों की विदेश यात्रा पर रवाना हुए पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात पहले पड़ाव स्वीडन पहुंच गए. वहां स्वीडन के पीएम स्टीफन लॉवेन ने मोदी का एयरपोर्ट पर स्वागत किया. प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा पर व्यापार और निवेश सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर जोर देंगे.
प्रधानमंत्री 16 अप्रैल की देर रात स्टॉकहोम पहुंचे. यहां उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की. 17 अप्रैल को मोदी कई बैठकों में शामिल होंगे. अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ब्रिटेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे. इसके अलावा मोदी राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन (चोगम) में भाग लेंगे. वह स्वदेश वापसी के दौरान 20 अप्रैल को बर्लिन में कुछ देर के लिए ठहरेंगे.
16 से 21 अप्रैल तक निर्धारित स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा था कि वह व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी गहरा बनाने को लेकर आशान्वित हैं.
पीएम मोदी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, ‘‘ भारत और स्वीडन के बीच दोस्ताना रिश्ता है. हमारी साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों तथा खुले, समावेशी एवं नियमों की बुनियाद पर टिकी वैश्विक व्यवस्था के प्रति कटिबद्धता पर आधारित है. स्वीडन हमारे विकास पहलों में एक मूल्यवान साझेदार है. ’’
प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के प्रथम पड़ाव में स्वीडन पहुंचे जो तीन दशको में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है. स्वीडन यात्रा के दौरान मोदी द्विपक्षीय वार्ता करने के साथ प्रथम भारत-नोर्डिक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
इस सम्मेलन का सह-आयोजन भारत और स्वीडन ने किया है. इस सम्मेलन में सभी नॉर्डिक देश हिस्सा ले रहे हैं. इसमें डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे तथा स्वीडन के प्रधानमंत्री शामिल होंगे.
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